इन आसान प्रक्रियाओं का पालन करके, असली खाद की पहचान करें

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असली खाद पहचानने के तरीके

इन आसान प्रक्रियाओं का पालन करके, असली खाद की पहचान करें

किसान भाइयों आजकल दुकानों में कई तरह के खाद मिलते है इसलिए सही एवं असली खाद का चुनाव करना बहुत जरूरी हो गया है। मोज़ेक सभी किसान भाइयों को सबसे पहले अपनी मिट्टी की जांच करवाकर ही खाद का प्रयोग करने की सलाह देता है।

इसके बाद सबसे जरूरी है खाद की पहचान करना, यह सुनिश्चित करना कि किसान जो खाद खरीद रहे है, वह एक असली एवं उच्च गुणवत्ता वाली खाद है।

नीचे दी गई कुछ सरल प्रक्रियाओं से आप ये सुनिश्चित कर सकते है कि एक असली एवं उच्च गुणवत्ता वाली खाद की पहचान कैसे की जाये।

डी.ए.पी (DAP)

डी.ए.पी. के कुछ दानों को हाथ में ले और उसमें तम्बाकू की तरह चूना मिलाकर मले। यदि उसमें से तेज गंध निकले जिसे सूंघना मुश्किल हो जाये तो समझें कि ये डी.ए.पी. एक उच्च गुणवत्ता की डी.ए.पी. है।

डी.ए.पी. को पहचानने की एक और सरल विधि है, यदि हम डी.ए.पी. के कुछ दाने धीमी आंच पर तवे पर गर्म करें और यदि ये दाने फूल जाते है तो समझ लें यही एक असली एवं उच्च गुणवत्ता वाली डी.ए.पी. है।

डी.ए.पी. के दाने भूरे, काले एवं बादामी रंग के होते है और नाखून से आसानी से नहीं टूटते।

यूरिया (Urea)

यूरिया की असली पहचान है इसके सफेद चमकदार लगभग एक समान आकार के दाने जिनका पानी में पूर्णतया घुल जाना तथा इसके घोल को छूने पर शीतल अनुभूति का होना ही इसकी एक असली एवं उच्च गुणवत्ता की पहचान दिखाता है।

इसका दूसरा तरीका है यूरिया के कुछ दानो को तवे पर गर्म करने से यदि इसके दाने पिघल जाएं और हम अगर आंच तेज कर दें तो इसका कोई अवशेष न बचे तो समझ लें की यह एक उच्च गुणवत्ता वाला यूरिया है।

पोटाश (Potash)

पोटाश की असली पहचान है इसके दानो का सफेद एवं दानेदार रूप में होना और इसका रंग नमक तथा लाल मिर्च का मिश्रण जैसे होना।

किसान भाई इसको दूसरे तरीके से भी देख सकते है, उसके लिए पोटाश के कुछ दानो को नम करें और यदि ये आपस में नही चिपकते है तो समझ लें की यह ही असली पोटाश है।

एक बात और अगर पोटाश पानी में घुलने से इसका लाल रंग ऊपर ही तैरता रह जाये तो समझ लीजिये यह ही असली एवं उच्च गुणवत्ता वाली खाद है।

सुपर फास्फेट (Super Phosphate)

सुपर फास्फेट की असली पहचान है इसके सख्त दाने तथा इसका भूरा काला बादामी रंग। सुपर फास्फेट की असली पहचान करने का दूसरा तरीका है की इसके कुछ दानो को गर्म करें और यदि ये नहीं फूलते है तो समझ लें यही असली सुपर फास्फेट है।

ध्यान रखें कि गर्म करने पर डी.ए.पी. व अन्य काम्प्लेक्स के दाने फूल जाते है जबकि सुपर फास्फेट के दाने नहीं फूलते, इस प्रकार हम इसकी मिलावट की पहचान आसानी से कर सकते है।

सुपर फास्फेट नाखूनों से आसानी से ना टूटने वाला उर्वरक है और इस प्रकार से भी हम सुपर फास्फेट की पहचान कर सकते है।

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Author: Vishal UpadhyaySenior Regional Agronomist at Mosaic India, (M.B.A. in Agribusiness, M.Sc. in Agriculture).

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